जिंदगी ये साज़ सी सजने लगी,
सांसें ये सरगम सी बनने लगी |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
पहली दफ़ा घर से उनके कूचे की,
ये सारी दूरियां कम लगने लगी |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
देख उनका मासूम सा हसीं चेहरा,
क्यूँ मेरी हस्ती खोने लगी |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
जब करतें हैं, वो शहद सी मीठी बातें,
मेरे कानों में यूँ मिश्री घुलने लगे |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
किरदार ही उनका कुछ ऐसा है,
उनमें रूह-ऐ-नूर यूँ खोने लगी |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
सांसें ये सरगम सी बनने लगी |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
पहली दफ़ा घर से उनके कूचे की,
ये सारी दूरियां कम लगने लगी |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
देख उनका मासूम सा हसीं चेहरा,
क्यूँ मेरी हस्ती खोने लगी |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
जब करतें हैं, वो शहद सी मीठी बातें,
मेरे कानों में यूँ मिश्री घुलने लगे |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
किरदार ही उनका कुछ ऐसा है,
उनमें रूह-ऐ-नूर यूँ खोने लगी |
लो, अब उन्हें भी पता लगा,
हमें उनसे मोहब्बत होने लगी |
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