समंदर की ताज तुम लहरें, कैसे तुम्हारा नसीब ना होगा
तैरोगी सरहदे समंदर, साहिल पे आके तुमको टूटना होगा |
मुझे दर्द ओ गम है, डर है तुमसे जुदाई का
डरता ना हो, ऐसा इस जहान में कोई इंसान ना होगा |
यूँ तो दिखलाता है बखूबी, कि तू पत्थर दिल है,
माने गर तेरी बात, सीने में धड़कन जैसा कुछ ना होगा |
पर उसमें भी है धड़कन, जो दिल तेरे सीने में हैं,
अब ज़ज्बात भरे हों जिसमें बेंतेहाँ, वो पत्थर ना होगा |
यूँ करवटें बदलता ही रहेगा वो रात भर बेचैनी में,
नींद ना होगी तो उसकी आँखों में सुनहरा ख्वाब ना होगा |
तुम हो फ़रिश्ते जैसे पाक, क्या कसूर 'नूर' का,
हम तो संभल जाएँ पर कैसे ज़माना तेरा आशिक ना होगा |
1 comments :
Fariston ki baate karate ho, phir aap unaki baaten karate ho.
jamane ki baaten karate ho, hame phir se rulane ki baaten karate ho.
Unaki yaad dila kar bar-bar, aap mera bhi bura haal karate ho.
Mere jakhm mujhe hi dikhate ho, Alok jee "aap bhi kamal karate ho".
aap bhi kamal karate ho - By Salman Khan in Dabang
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